मसूरी
पार्षद के दबाव के चलते टोल कर्मी की सेवाएं समाप्त
राजनीति का नशा ऐसा नशा होता है जिसकी खनक मै खुद को भगवान समझने लगता है, ऐसा ही एक मामला देहरादून से मसूरी के रास्ते पर टोल टैक्स के बूथ का है, जिसका जिम्मा एक प्राइवेट संस्थान को संचालन का मिला है। जहां पर कई कर्मचारी अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए सेवाए दे ते है अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए टोल कर्मी अखिलेश पंवार हर मसूरी जाने वाली गाड़ी से टोल टैक्स वसूल कर रहे थे।
तभी एक लाल रंग की गाड़ी मे सवार को टोल कर्मी ने टोल की पर्ची देकर पैसे देने को कहा तो गाड़ी सवार ने धमकी दी और कहा कहा "जानते नही यह गाड़ी पार्षद गीता कुमारी की है ? किसकी हिम्मत है जो टैक्स लेगाए?" बोलते हुए चले गए। इतना होने पर भी पार्षद का मन नहीं भरा और अपने प्रभाव को इस्तेमाल करते हुए कर्मचारी को नौकरी से भी निकलवा दिया।
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