मेरी सरकार में ट्रांसफर-पोस्टिंग के पैसे लगते हैं क्या? CM के सवाल पर हॉल में गूंजा- हां, जवाब सुन कर सीएम असहज हो गए तो कहा कि कमाल की बात है, पैसे लगते हैं?
मुकेश सोनी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यक्रम में उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जब अपने शासनकाल में पारदर्शिता का बखान कर रहे सीएम के सामने ही शिक्षकों ने सिस्टम की पोल खोल दी. ऐसा हुआ राजस्थान की राजधानी जयपुर के बिड़ला सभागार में जहां सीएम राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे. हुआ ये कि अपने संबोधन में अशोक गहलोत ये बता रहे थे कि ट्रांसफर और पोस्टिंग में किस तरह से उनकी सरकार ने पारदर्शिता बरती है. अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार के समय ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए पैसे नहीं लगते. उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि बताइए, हमारी सरकार के समय ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे लगते हैं क्या?
सीएम गहलोत का इतना कहना था कि पूरे हॉल में ‘हां’ गूंज उठा शिक्षकों का जवाब सुनकर सीएम गहलोत भी असहज हो गए उन्होंने कहा कि कमाल की बात है, पैसे लगते हैं? शिक्षकों का जवाब फिर से एक स्वर में हां था. शिक्षकों का जवाब सुनकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा भी झेंप गए. सीएम गहलोत ने इसके बाद कहा कि हमारे यहां करप्शन नहीं है. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि अगर आपसे कोई चाय-पानी के लिए भी पैसे मांगता है तो हमें आकर बताओ. सीएम गहलोत ने हालात को संभालने की कोशिश करते हुए कहा कि ये पहले की बात होगी, हमारे समय की नहीं. हमने सुना है कि अब तो विधायक आकर कहते हैं कि हमारे टीचर का काम कर दो और काम हो जाता है.