आशा रावत
2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर रिटर्निग ऑफिसर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह ने आज विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों से संवाद किया और उन्हें निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइंस तथा इलेक्शन संबंधी जानकारियां एक वर्कशॉप के माध्यम से दी। उन्होंने कहा कि सभी दलों के प्रतिनिधि अपने-अपने प्रत्याशियों को यह जानकारी प्राथमिकता के आधार पर दें कि चुनाव के समय कोविड़ गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है। इसका उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। जॉइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह ने कहा कि डोर टू डोर सभी प्रत्याशी अपना जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं जिसमें वह कोविड़ गाइडलाइन का ख्याल रखते हुए 5 से ज्यादा लोगों के साथ जनसंपर्क न करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी जबकि रैलियों, नुक्कड़ सभाएं अभी पूरी तरीके से प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन के बाद 22 जनवरी के बाद ही रैलियों के लिए नियमानुसार अनुमति प्रदान की जाएगी। साथ ही कोई भी प्रत्याशी चुनावी गाइडलाइन का उल्लंघन ना करें इसका विशेष ख्याल रखा जाए। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राजनीतिक दलों के सांसद और विधायक जो वर्तमान में सरकारी आवास का लाभ ले रहे हैं वह उसे अपने चुनावी कैंपेन में इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसके साथ ही लिमिटेड खर्चा ही इलेक्शन कमिशन की ओर से करने का प्रत्याशियों के लिए निर्देश जारी किया गया है। कुल मिलाकर चुनाव आयोग द्वारा बेहद सख्ती से चुनाव की नियमावली का पालन कराया जा रहा है ताकि कोविड गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके। उन्होंने कहा कि 28 जनवरी को सभी प्रत्याशियों के नामों की स्कूटनी होगी। इसके बाद से ही सभी प्रत्याशियों का फाइनल मुकाबला शुरू होगा।