महाविकास आघाड़ी में टेंशन ! बढ़ेगा विपक्ष का दबाव.. बीजेपी बोली -उत्तर प्रदेश तो झांकी है, महाराष्ट्र बाकी है.
मुरारी सिंह
मुंबई. पांच राज्यों के चुनाव परिणाम एक्जिट पोल के अनुरूप ही आये हैं ,लेकिन चार राज्यों में भाजपा की वापसी एवं पंजाब से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने का असर महाराष्ट्र की राजनीति पर भी पड़ने वाला है. इसको लेकर राज्य की महाविकास आघाड़ी के घटक दलों के नेताओं ने मंथन शुरु कर दिया है. चार राज्यों में दोबारा सरकार बनने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा का दबाव बढ़ेगा. भाजपा की तरफ से कहा गया है 'यूपी तो झांकी है , महाराष्ट्र बाकी है. इससे महाविकास आघाड़ी का टेंशन बढ़ गया है.
पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों को लेकर महाविकास आघाड़ी के नेताओं की तरफ से बड़े-बड़े दावे किये गए थे. शिवसेना एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने गोवा एवं उत्तर प्रदेश में उम्मीदवार उतारे थे. शिवसेना नेता संजय राउत प्रतिदिन चुनाव परिणामों को लेकर बयानबाजी कर रहे थे. शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के पौत्र राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे पहलीबार महाराष्ट्र के बाहर विधानसभा चुनाव में प्रचार करने गए थे. राकां प्रमुख शरद पवार सहित अन्य नेताओं ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश में इस बार सपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी. सपा से गठबंधन कर मात्र एक सीट पर चुनाव लड़ने वाली राकां औधे मुंह गिरी है. कांग्रेस को पंजाब के साथ ही उत्तराखंड एवं गोवा में जीत की उम्मीद थी लेकिन उसका सूपड़ा साफ हो गया. जिससे महाविकास आघाड़ी के नेताओं का मनोबल गिरा है.
चार राज्यों में वापसी करने से भाजपा का उत्साह बढ़ा है. राज्य में प्रमुख विपक्षी दल होने की वजह से भाजपा का सरकार पर दबाव बढेगा. भाजपा राजनीतिक तौर पर सरकार को घेरने का प्रयास तो करेगी ही केंद्रीय जांच एजेंसियां भी जांच का दायरा बढ़ा सकती हैं. मनोबल बढ़ने का असर मनपा चुनावों पर भी पड़ेगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि शिवसेना की जान मुंबई मनपा में बसती है.शिवसेना को खत्म कारने के लिए मुंबई मनपा पर कब्ज़ा जमाना जरुरी है.