"ये ब्रज भूमि है, यहां पर दृश्य-अदृश्य रूप में महापुरुष तपस्या करते हैं. वो पेड़, पशु-पक्षी, कंकड़, पत्थर या पर्वत किसी भी रूप में हो सकते हैं, जो लोग ब्रज को अपना प्राण मानते हैं, उन्हें इस खनन कार्य से तकलीफ हो रही है। हम लोग ब्रज के लिए जीते हैं और ब्रज के लिए मरते हैं। ब्रज की सेवा करते हैं। खनन होने से हमारी भावनाएं बहुत ज्यादा दुखी हैं। क्योंकि ना जाने किस पत्थर में कौन महापुरुष भजन कर रहा है और उसको आपने मशीनों में पीस दिया, ये अनुचित है।"
राजस्थान के भरतपुर जिले में बुधवार को एक साधु द्वारा आत्मदाह करने के प्रयास के बाद से सियासत तेज हो गई है। जिले के पासोपा गांव में अवैध खनन के विरोध में साधु ने खुद को आग लगा ली।
राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ आंदोलन कर रहे एक साधु ने खुद को आग लगा ली। घटना भरतपुर के पसोपा गांव की है। जहां पिछले डेढ़ सालों से अवैध खनन के खिलाफ सांधु संतों का आंदोलन जारी है। बुधवार 20 जुलाई को विजय बाबा नाम के एक साधु ने तंग आकर आत्महत्या की कोशिश की। उन्होंने खुद के शरीर में आग लगा ली जिसका वीडियो भी सामने आया है। उन्हें जलता देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की। तब तक विजय बाबा काफी झुलस चुके थे। गंभीर हालत में उन्हें भरतपुर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बतादे कि धरना दे रहे साधु-संत ब्रज क्षेत्र की पहाड़ियों पर हो रहे खनन के खिलाफ हैं। उनकी मांग है कि इस खनन का काम को रोका जाए। साधु-संत इस मांग को लंबे वक्त से दोहराते आ रहे हैं। हाल के दिनों में उनके सब्र का बांध टूटता दिखा है। बाबा विजय से पहले इसी आंदोलन में हिस्सा ले रहे एक और साधु नारायण दास 19 जुलाई की सुबह पास के एक टावर पर चढ़ गए थे। करीब 30 घंटे की जद्दोजहद के बाद पुलिस उन्हें समझा कर नीचे लाने में कामयाब रही और अब एक साधु ने खुद को आग लगा ली है। गम्भीर घायल होने के बाद इलाज के दौरान साधु बाबा की मौत हो गई है। मामले को लेकर विपक्ष बीजेपी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है और बयानबाजी शुरू कर दी है।वही दूसरी और पूर्व मंत्री और सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अवैध खनन के मुद्दे पर अपनी ही सरकार कांग्रेस के एक मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, उन्होंने मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। बतादे की प्रमोद जैन भाया राजस्थान के खान मंत्री है। भरत सिंह ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया खान मंत्री हैं, उनके गृह जिले में अवैध खनन का कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
Reporter:- Durgesh Kumar Lakshkar