हिंदी माध्यम के विद्यालयों को बंद करने का विरोध


Chittorgarh:- राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन् ने प्रदेश में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमं विद्यालयों को दो पारी में संचालित नहीं करने के शिक्षा विभाग के आदेश का विरोध करते मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों को दो पारी में संचालित करने की मांग की है। 
संघ के प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश मेवाड़ा मुंडारा ने बताया की है कि अंग्रेजी . माध्यम के विद्यालय खोलना सराहनीय कदम है। परंतु हिंदी माध्यम के विद्यालयों को बंद करके अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय खोलना हिंदी माध्यम के बच्चों के साथ कुठाराघात है। ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश विद्यार्थी हिंदी माध्यम से अध्ययन जारी रखना चाहते हैं। कुछ क्षेत्रोंमे हिंदी माध्यम के स्कूल ही नहीं हैं। इस ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब विद्यार्थी स्कूल छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। 
संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय सोनी ने बताया कि शिक्षा विभाग को चाहिए कि अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों को पृथक भवन में संचालित किया जाए। इससे हिंदी माध्यम के विद्यालयों का अस्तित्व भी बना रहे। भवन के अभाव में एक ही भवन में अंग्रेजी व हिंदी माध्यम के विद्यालय अलग अलग पारी में संचालित करने का सुझाव रखा । इसमें प्रथम पारी में अंग्रेजी माध्यम व द्वितीय पारी में हिन्दी माध्यम संचालित हो। इस क्षेत्र में अन्य सरकारी हिंदी माध्यम का विद्यालय 2 किलोमीटर से दूर हो उस क्षेत्र के विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम में नहीं बदला जाए।
राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के जिला महामंत्री कान सिंह सुवावा ने बताया कि इस ज्ञापन हेतु एक बैठक प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद गौड, प्रदेश संगठन मंत्री लाल सिंह अमराणा ,जिला मंत्री कान सिंह सुवावा, जिला अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गौड़ ,प्रदेश प्रतिनिधि अनिल शर्मा, जिला शिक्षिका सेना संयोजिका जूला लोढ़ा,निर्मला सुराना,  त्रिलोक शुक्ला, सुनील पलोड़, आबिद हुसैन, दिनेश पटवा, शक्ति सिंह राव, प्रेमचंद सालवी ,शैलेंद्र निगम, तिलकेश टेलर ,दीनदयाल नारायणीवाल, सतीश दशोरा ने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन कान सिंह सुवावा ने किया । सभा का आभार प्रकट करते हुए प्रदेश प्रतिनिधि विद्याधर दशोरा ने सरकार से माँग की कि कोई निर्णय लेने से पूर्व ग़रीब तबके के छात्रों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए था।

Reporter:- Durgesh Kumar Lakshkar

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