हरियाणा के पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया आज लंबी बीमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। कटारिया पिछले कई दिनों से चंडीगढ़ के पीजीआई में भर्ती थे। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी माना जाता था और उनके निधन के बाद हरियाणा में शोक की लहर छाई हुई है। आज उनका शव पंचकूला के निवास स्थान पर रखा जाएगा और उसके बाद मनीमाजरा में उनका अंतिम संस्कार होगा। वर्तमान में सांसद कटारिया पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में निवास कर रहे थे।
रतन लाल कटारिया का जन्म 19 दिसंबर 1951 को हरियाणा के यमुनानगर जिले के संधाली गांव में हुआ था। कटारिया ने राजनीति शास्त्र में एमए और एलएलबी डिग्री प्राप्त की थी। उनका राष्ट्र गीत गाना, कविताएं लिखना और अच्छी पुस्तकों को पढ़ना का शौक था। उनकी पत्नी का नाम बंतो कटारिया है और उनके पास एक बेटा और दो बेटियां हैं।
कटारिया ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में साल 1980 में महत्वपूर्ण पद संभाला था। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता, प्रदेश मंत्री, अनुसूचित जाति मोर्चा के अखिल भारतीय महामंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री और 2001 से 2003 तक भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था। कटारिया ने 1987 से 1990 तक प्रदेश सरकार के संसदीय सचिव और हरिजन कल्याण निगम के चेयरमैन का कार्यभार संभाला था। इसके अलावा, कटारिया ने 1997 से 1999 तक हरियाणा वेयर हाउसिंग के चेयरमैन के तौर पर भी काम किया था।